हरिद्वार जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार मानसून के पहले दिन हरिद्वार में सुबह आठ बजे तक साल की रिकार्ड 155 एमएम बारिश दर्ज की गई।
लगातार बारिश से हरिद्वार में गंगा नदी चेतावनी निशान के करीब पहुंच गई। चेतावनी निशान 293 मीटर है। दोपहर एक बजे गंगा का जलस्तर सबसे अधिक 292.20 मीटर रहा। हालांकि शाम को गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे सामान्य हो गया। शाम को पांच बजे गंगा का जलस्तर 291.20 मीटर पहुंच गया।
मानसून के पहले दिन रिकार्ड 155 एमएम बारिश
हरिद्वार जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार मानसून के पहले दिन हरिद्वार में सुबह आठ बजे तक साल की रिकार्ड 155 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं रोशनाबाद में 112 एमएम, लक्सर में 55 एमएम, रुड़की में 50 एमएम और भगवानपुर में 42 एमएम बारिश हुई।
सामान बह गया, बच्चों को बड़ी मुश्किल से बचाया ऋषिकुल में मदन मोहन सहगल के किरायेदार मोमीन ने बताया कि उनके पति भारत सेवाश्रम में चालक का कार्य करते हैं। हाल में उन्होंने किराए पर मकान लिया था। अचानक मकान की दीवार गिर गई। जिससे कमरे में रखा बेड और अन्य सामान नाले में समा गया। बच्चों को भी उन्होंने बड़ी मुश्किल से बचाया।
ऋषिकेश में राफ्टिंग पर लगी रोक
गंगा की लहरों पर रोमांच का लुत्फ उठाने वाले पर्यटक सोमवार को राफ्टिंग नहीं कर पाएंगे। भारी बारिश के अलर्ट के चलते टिहरी प्रशासन ने कौड़ियाला, मुनिकीरेती, शिवपुरी, ब्रह्मपुरी क्षेत्र में होने वाली राफ्टिंग पर रोक लगा दी है। प्रशासन ने यह कदम पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया है। नरेंद्रनगर एसडीएम देवेंद्र नेगी ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिसके चलते अगले आदेश तक रीवर राफ्टिंग के संचालन पर यह रोक रहेगी। नियमों को उलंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अलर्ट रहें अधिकारी
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने रविवार सुबह गंगा नदी का निरीक्षण किया। इस दौरान बढ़ते जलस्तर को देखते हुए उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। उन्होंने मौके से ही एसडीएम सौरभ असवाल को फोन लगाया और सभी अधिकारियों को 24 घंटे फोन ऑन रखने के निर्देश देने को कहा। मंत्री ने कहा कि लगातार बारिश के कारण जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में गंगा तट के समीप निवासरत लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए।