अभिनेता नसीरुद्दीन शाह जितने काबिल कलाकार हैं, उससे कहीं ज्यादा अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। नसीरुद्दीन शाह की विवादित बयानों को लेकर खूब उनकी अक्सर आलोचना भी होती रहती हैं। आमिर खान की फिल्म ‘मंगल पांडे’ में उनकी बड़ी बड़ी मूंछों और लंबे बालों को लेकर निशाना साधने वाले नसीर ने अमिताभ बच्चन पर फिल्म ‘ब्लैक’ को लेकर भी निशाना साधा। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में 20 जुलाई 1950 को जन्मे नसीरुद्दीन शाह आज अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं। वह लगातार अपने ‘मन की बात’ सार्वजनिक करते रहे हैं, आइए जानते हैं ऐसी ही 10 बातें..
अमिताभ बच्चन पर साधा निशाना
हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन के अभिनय की पूरी दुनिया कायल है, लेकिन नसीरुद्दीन शाह की नजर में अमिताभ बच्चन अच्छे नहीं हैं। जी न्यूज को दिए जिस इंटरव्यू में उन्होंने आमिर खान पर निशाना साधा था, उसी इंटरव्यू में नसीर ने अमिताभ बच्चन पर भी कटाक्ष किया। इसके बाद नसीरुद्दीन शाह ने एक और मीडिया संस्थान को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि लोग दिलीप कुमार को याद रखेंगे, लेकिन शायद अमिताभ बच्चन को भूल जाएं। उन्होंने ये भी कहा कि ‘शोले’ को मैं ग्रेट फिल्म नहीं मानता हूं। ‘शोले’ मजेदार जरूर है लेकिन किसी भी एंगल से ग्रेट फिल्म नहीं है।
अनुपम खेर को बताया जोकर
सीएए और एनआरसी को लेकर जारी विवाद के बीच नसीरुद्दीन शाह ने अनुपम खेर को जोकर कह दिया था। नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि अनुपम खेर ट्विटर पर हैं, मैं ट्विटर पर नहीं हूं। ये लोग जो ट्विटर पर हैं, उम्मीद करता हूं कि वे अपना मन बना चुके हैं कि उन्हें किस चीज पर विश्वास है। अनुपम खेर जैसे किसी मुखर व्यक्ति को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। अनुपम खेर ने भी उन्हें करारा जवाब देते हुए कहा था कि नसीर फ्रस्ट्रेटेड हैं। यह उनका नहीं, बल्कि वह जिस पदार्थ का सेवन करते हैं उसका दोष है।

मुगलों के पक्ष में कही यह बात
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने अपनी वेब सीरीज ‘ताज: डिवाइडेड बाय ब्लड’ के रिलीज से पहले मुगलों और उनकी बनाई गई इमारतों पर बात की। नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि इतिहास के बारे में लोगों को सही जानकारी और सही तर्क नहीं होते हैं। अगर मुगल साम्राज्य राक्षसी और विनाशकारी थे । तो उनके द्वारा बनाए गए ताजमहल, लाल किले, कुतुब मीनार गिरा दें। हमें उनका महिमामंडन करने की जरूरत नहीं है और ना ही उन्हें बदनाम करने की भी जरूरत है।विज्ञापन

सिंधी भाषा पर आपत्तिजनक बयान
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह सिंधी भाषा पर आपत्तिजनक बयान देकर भी फंस चुके हैं। और, बाद में उनको माफी भी मांगनी पड़ी। नसीरुद्दीन शाह ने सिंधी भाषा को लेकर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था कि पाकिस्तान में सिंधी भाषा अब नहीं बोली जाती है, इस बात पर सिंधी भाषी भड़क गए और नसीरुद्दीन शाह की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई। बाद में नसीरुद्दीन शाह ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, ‘मैं पाकिस्तान की पूरे सिंधी भाषी आबादी से माफी मांगता हूं, जो मुझे लगता है कि मेरी गलत राय से वे बहुत आहत हैं।’

लव जिहाद पर विवादित बयान
जब देश में लव जिहाद कानून लागू हुआ तो इस पर भी नसीरुद्दीन शाह ने विवादित बयान देकर लव जिहाद की कड़ी निंदा की। नसीरुद्दीन शाह ने लव जिहाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि लव जिहाद के नाम पर कई युवा लड़कों को परेशान किया जा रहा है। लव जिहाद के नाम पर जो तमाशा चल रहा है, इससे समाज को बांटा जा रहा है। लव जिहाद शब्द का जिसने आगाज किया, उसे इसके बारे में कुछ भी नहीं पता है। इस बात पर कोई यकीन नहीं करेगा कि एक दिन देश में मुस्लिमों की आबादी हिंदुओं से ज्यादा हो जाएगी।

बुलंदशहर हिंसा मामले पर टिप्पणी
बुलंदशहर हिंसा पर विवादित बयान देते हुए नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि उन्हें अपने बच्चों के लिए डर लग रहा है। दरअसल, बुलंदशहर हिंसा मामले पर टिप्पणी करते हुए नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि इस देश में कानून को हाथ में लेने की खुली छूट मिल गई है। कोई कहीं भी, कभी भी, किसी को भी, मार देता है और कोई कुछ नहीं करता है। मुझे इस बात से डर लगता है कि अगर कहीं मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा और उसके बाद भीड़ कुछ भी कर सकती है।

क्रिकेटर विराट कोहली को बताया घमंडी
क्रिकेटर विराट कोहली को अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने घमड़ी बताते हुए सबसे खराब खिलाड़ी बता दिया। दरअसल, विराट कोहली से जब एक फैन ने पूछा कि उन्हें ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पसंद हैं तो विराट ने उसे देश छोड़ने की सलाह दे डाली। इस बात पर नसीरुद्दीन शाह ने विराट कोहली की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें सबसे खराब व्यवहार वाला खिलाड़ी बताया। नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि विराट कोहली न सिर्फ दुनिया के बेस्ट बैट्समैन हैं बल्कि दुनिया के सबसे खराब व्यवहार करने वाले खिलाड़ी भी हैं। उनकी क्रिकेटिंग क्षमता उनके घमंड और बुरे व्यवहार के आगे फीकी पड़ जाती है। वैसे मेरा इरादा देश छोड़ने का नहीं है।

‘कश्मीर फाइल्स’ की आलोचना की
निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ की हर जगह खूब चर्चा हुई, लेकिन इस फिल्म की नसीरुद्दीन शाह ने काफी आलोचना की। नसीरुद्दीन शाह ने इस फिल्म को कश्मीरी हिंदुओं द्वारा झेले गए दर्द और पीड़ा का फिक्शनल वर्जन बताया। एक टीवी चैनल को दिए गए अपने एक इंटरव्यू के दौरान नसीरुद्दीन शाह ने यह भी कहा कि सरकार कश्मीरी हिंदुओं की सुरक्षा और पुनर्वास सुनिश्चित करने के बजाय इसे बढ़ावा दे रही है। ‘द केरल स्टोरी’ को भी प्रोपेगेंडा फिल्म बताते नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि अब मुसलमानों से नफरत करना फैशन बन गया है।

सरकार को भी लपेट लिया
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने एक मीडिया संस्थान को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में बिना ‘कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ का नाम लेते हुए कहा था कि सत्ताधारी पक्ष कला के जरिए एक छुपा हुआ एजेंडा चला रहा है। लोगों के दिमाग में इस तरह की फिल्मों के जरिए मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरी जा रही है। आज के समय में यह बहुत ही डरावना है। हम धर्मनिरपेक्ष होने और लोकतंत्र की बात करते हैं, तो आप हर चीज में धर्म का परिचय क्यों दे रहे हैं?

संसद के उद्घाटन समारोह पर भी तंज
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने नए संसद के उद्घाटन समारोह पर तंज कसते हुए इसकी तुलना स्मारक से कर दी है। अभिनेता ने संसद की नई इमारत को समय की मांग और जरूरत भी बताया, लेकिन उन्होंने इसके उद्घाटन समारोह पर सवाल करते हुए कहा कि नए संसद भवन की इमारत की जरूरत इसलिए थी, क्योंकि पुरानी इमारत 100 साल पुरानी थी, लेकिन क्या ऐसे उद्घाटन समारोह की जरूरत थी।