वोटरों को इनाम का लालच देकर धोखे से अपना एजेंडा आगे बढ़ा रहे थे मस्क? वकील ने किया बड़ा खुलासा
एलन मस्क ने 18 अक्तूबर को लॉटरी योजना का एलान करते हुए कहा था कि जो भी व्यक्ति उनकी अमेरिकी संविधान का समर्थन करने वाली याचिका के लिए हस्ताक्षर अभियान में हिस्सा लेगा, उनमें से हर दिन किसी न किसी एक अमेरिकी मतदाता को 10 लाख डॉलर का इनाम मिलेगा।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर रिपब्लिकन और डेमोक्रेट पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों पार्टियों के समर्थकों ने भी जोर-शोर से प्रचार अभियान चलाया। इनमें एक नाम टेस्ला और स्पेस-एक्स जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क का भी रहा, जिन्होंने डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने के बाद वोटरों को अपने अभियान से जोड़ने के लिए लॉटरी तक का एलान कर दिया। मस्क ने शर्त रखी कि संविधान के समर्थन में उनकी याचिका पर हस्ताक्षर करने वाले लॉटरी विजेता को 10 लाख डॉलर तक इनाम दिया जाएगा। हालांकि, अब यह खुलासा हुआ है कि इस लॉटरी में जीतने वाले लोग ‘कहीं से भी’ या ‘कोई भी’ नहीं होता था, बल्कि लॉटरी में ऐसे शख्स को चुना जाता था, जो कि मस्क के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए अच्छा प्रवक्ता साबित हो।
पहले जानें- क्या थी मस्क की लॉटरी?
अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने अमेरिकी मतदाताओं से वादा किया था कि राष्ट्रपति चुनाव तक हर दिन किसी एक मतदाता के 10 लाख डॉलर जीतने का मौका है। उन्होंने इसके लिए शर्त का एलान करते हुए कहा कि जो भी व्यक्ति उनकी अमेरिकी संविधान का समर्थन करने वाली याचिका के लिए हस्ताक्षर अभियान में हिस्सा लेगा, उनमें से किसी एक अमेरिकी मतदाता को 10 लाख डॉलर का इनाम मिलेगा। मस्क ने कहा कि चुनाव की तारीख- 5 नवंबर तक हर दिन जारी रहेगा।
कोर्ट में दी गई थी मस्क की इस स्कीम को चुनौती
हालांकि, मस्क की इस लॉटरी को पेंसिलवेनिया की एक अदालत में चुनौती दे दी गई। यहां कोर्ट में सुनवाई के दौरान अरबपति कारोबारी के वकील ने माना कि यह लॉटरी सांयोगिक (रैंडम) नहीं थी, बल्कि इसमें चुनाव के जरिए ही विजेता का एलान होता था। मस्क के वकील क्रिस गोबेर ने कोर्ट में जज को इस बात पर मनाने की कोशिश की कि मस्क की तरफ से दी जा रही 10 लाख डॉलर की राशि अवैध लॉटरी नहीं है। उन्होंने जज एंजेलो फोगलिएटा के सामने कहा कि इस लॉटरी में कोई भी इनाम नहीं था, बल्कि 10 लाख डॉलर पाने वाले को कॉन्ट्रैक्ट के तहत पीएसी के प्रवक्ता के तौर पर सेवाएं देनी थीं।
मस्क का सात राज्यों के मतदाताओं को लुभाने का प्रयास
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का भी मालिकाना हक रखने वाले एलन मस्क का लॉटरी खिलाने का यह प्रस्ताव सभी स्विंग स्टेट्स- एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवाडा, नॉर्थ कैरोलाइना, पेंसिलवेनिया और विस्कॉन्सिन के लिए था। यह वह राज्य हैं, जहां मतदाता किसी एक पार्टी- रिपब्लिकन या डेमोक्रेट्स के समर्थन में नहीं रहते। माना जा रहा है कि ट्रंप के समर्थन में हवा बनाने के लिए एलन मस्क ने इन्हीं राज्यों में अपनी लॉटरी की योजना उतारी।
मस्क के ट्रंप समर्थक संगठन- अमेरिका पीएसी ने कहा है कि उसके बचे हुए दो विजेता एरिजोना और मिशिगन से होंगे। यानी अगर पेंसिलवेनिया की अदालत मस्क की इस लॉटरी योजना को अवैध करार दे देती है, तो भी वह बाकी दोनों राज्यों में इसे रोकने के लिए बाध्य नहीं होंगे, क्योंकि पेंसिलवेनिया में कोर्ट का फैसला सिर्फ उसी राज्य में लागू होगा।
19 अक्तूबर से ही हर दिन लॉटरी बताकर 10 लाख डॉलर दे रहे हैं मस्क
एलन मस्क 19 अक्तूबर से ही लॉटरी बताकर इस योजना के तहत हर दिन विजेता को 10 लाख डॉलर के चेक दे रहे हैं। हालांकि, पेंसिलवेनिया के फिलाडेल्फिया में वकील और डेमोक्रेट नेता लॉरेंस क्रैसनर ने मस्क की इस योजना को चुनौती दी और इस पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वह मस्क की इस योजना पर रोक ही नहीं लगवाएंगे, बल्कि वह इस अवैध लॉटरी के लिए अर्थदंड भी वसूल करवाने की कोशिश करेंगे।