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भारत-जापान के संयुक्त युद्धाभ्यास ‘धर्म गार्जियन’ का समापन, दोनों देशों के रक्षा संबंध होंगे मजबूत

संयुक्त युद्धाभ्यास के समापन समारोह में जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेजीएसडीएफ) प्रथम डिवीजन के कमांडिंग जनरल लेफ्टिनेंट जनरल टोरिउमी सेजी शामिल हुए।

भारत और जापान के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास धर्म गार्जियन का सफलतापूर्वक समापन हो गया। यह संयुक्त युद्धाभ्यास का छठा संस्करण था, जिसका आयोजन जापान के ईस्ट फुजी ट्रेनिंग एरिया में हुआ। भारतीय सेना ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। 24 फरवरी से शुरू हुआ यह युद्धाभ्यास 9 फरवरी तक चला। इससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग मजबूत होगा। इस बार के आयोजन में सैनिकों की संख्या में बढ़ोतरी की गई। 

भारत-जापान के रक्षा संबंध होंगे मजबूत
संयुक्त युद्धाभ्यास के समापन समारोह में जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेजीएसडीएफ) प्रथम डिवीजन के कमांडिंग जनरल लेफ्टिनेंट जनरल टोरिउमी सेजी शामिल हुए। उन्होंने युद्धाभ्यास में भाग लेने वाले सैनिकों की तारीफ की और कहा कि युद्धाभ्यास में सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। उन्होंने संयुक्त प्रशिक्षण पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की, जिसने दोनों सशस्त्र बलों की परिचालन तत्परता को मजबूती मिली और इसने भारत-जापान रक्षा संबंधों को गहरा किया। लेफ्टिनेंट जनरल टोरिउमी सेजी ने कहा कि दोनों देशों के रक्षा बलों के बीच अधिक सहयोग और आपसी समझ को बढ़ावा देने की जरूरत है।

शहरी आतंकवाद से निपटने पर रहा जोर
भारत और जापान के बीच हुआ यह संयुक्त सैन्य अभ्यास मुख्य रूप से शहरी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों पर केंद्रित था। इसके अलावा, मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) सहित संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों से संबंधित गतिविधियों का भी पूर्वाभ्यास किया गया। इसमें दोनों देशों के सैनिकों के बीच विशेषज्ञता का आदान-प्रदान किया भी हुआ। अभ्यास के दौरान, दोनों पक्षों के सैनिकों ने सांस्कृतिक आदान-प्रदान गतिविधियों में भी भाग लिया। इसमें जापानी पक्ष के लिए भारतीय दल द्वारा आयोजित एक विशेष योग सत्र, भारतीय सैनिकों द्वारा कलारी पट्टू का प्रदर्शन और जापानी सैनिकों द्वारा जापानी मार्शल आर्ट का प्रदर्शन शामिल था।

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