पाकिस्तान के विदेश मंत्री की बेशर्मी, पहलगाम हमले के आतंकियों को बताया स्वतंत्रता सेनानी

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने कड़े फैसले लिए हैं। पाकिस्तान इन फैसलों से डरा हुआ है लेकिन उसकी बेशर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार आतंकियों को स्वतंत्रता सेनानी करार दिया।
पहलगाम हमले के बाद चारों ओर से घिरा पाकिस्तान अपनी बेशर्मी से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने बेहद बेशर्मी भरा बयान दिया है। डार ने पहलगाम में हमला करने वाले आतंकियों को स्वतंत्रता सेनानी करार दिया। इशाक डार का कहना है कि पहलगाम में हमला करने वाले लोग स्वतंत्रता सेनानी हो सकते हैं।
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने कड़े फैसले लिए हैं। पाकिस्तान इन फैसलों से डरा हुआ है लेकिन उसकी बेशर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार आतंकियों को स्वतंत्रता सेनानी करार दिया। सिंधु जल संधि पर रोक लगाने के भारत के फैसले पर डार ने कहा कि यह 240 मिलियन पाकिस्तानियों के लिए जीवन रेखा है। भारत ने पानी रोका तो उसे युद्ध जैसा कृत्य माना जाएगा। पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का सभी क्षेत्रों में मजबूती से जवाब दिया जाएगा।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ का कहना है कि भारत पूरे पाकिस्तान में हमले की योजना बना रहा है। आसिफ ने कहा कि अगर भारत हमारे नागरिकों को नुकसान पहुंचाता है, तो भारतीय नागरिक भी सुरक्षित नहीं रहेंगे। यह जैसे को तैसा होगा।
भारत ने लिए थे पांच कड़े फैसले
पहलगाम हमले के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार शाम को नई दिल्ली में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। 1960 की सिंधु जल संधि पर रोक लगाने, अटारी में एकीकृत जांच चौकी को तत्काल प्रभाव से बंद करने का भी फैसला किया। यह घोषणा की गई कि दक्षेस वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए ऐसे किसी भी वीजा को रद्द माना जाएगा।
कब और कहां हुई आतंकी वारदात
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम शहर के निकट ‘मिनी स्विटरलैंड’ नाम से मशहूर पर्यटन स्थल पर मंगलवार दोपहर हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक हैं। यह 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला है। एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि 26 मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय निवासी हैं। हथियारबंद आतंकवादी ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ में घुस आए और भोजनालयों के आसपास घूम रहे, खच्चर की सवारी कर रहे, पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।