दूसरे विश्व युद्ध के समय से जमीन के अंदर दबा बम फटा, हवाईअड्डे पर मची अफरा-तफरी, 87 उड़ानें रद्द

दक्षिणी जापानी द्वीप क्यूशू में मियाजाकी हवाईअड्डे के रनवे के पास दफनाए गए अमेरिकी बम में विस्फोट हुआ। विस्फोट के कारण रनवे को काफी नुकसान पहुंचा।
जापान के एक हवाईअड्डे को बुधवार को अचानक से बंद करना पड़ा। यह कदम किसी तरह की कोई तकनीकी दिक्कत आने की वजह से नहीं उठाया गया। बल्कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि यहां एक अमेरिका का भारी बम मिला, जिसे दूसरे विश्व युद्ध के समय का बताया जा रहा। इस बम में अचानक से विस्फोट हो गया, जिससे हवाईअड्डे पर अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे के बाद 80 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
मियाजाकी हवाईअड्डे के रनवे के पास दफन था बम
बताया जा रहा इस अमेरिकी बम को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहां गिराया गया था। बुधवार को दक्षिणी जापानी द्वीप क्यूशू में मियाजाकी हवाईअड्डे के रनवे के पास दफनाए गए अमेरिकी बम में विस्फोट हुआ। विस्फोट के कारण रनवे को काफी नुकसान पहुंचा, जिससे उस दिन के लिए निर्धारित सभी 80 से अधिक उड़ानें रोक दी गईं।
गहरा गड्ढा हुआ
विस्फोट के कारण ‘टैक्सीवे’ में सात मीटर चौड़ा और एक मीटर गहरा गड्ढा बन गया। इस वजह से अधिकारियों को रनवे को बंद करना पड़ा। इस हादसे के बाद 87 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। जापान के शीर्ष सरकारी प्रवक्ता योशिमासा हयाशी ने कहा कि गड्ढे को भरने के लिए मरम्मत का काम गुरुवार सुबह तक पूरा होने की उम्मीद है। अधिकारी यह भी पता लगा रहे हैं कि अचानक विस्फोट किस वजह से हुआ।
जापान के परिवहन मंत्रालय के अनुसार, बम निरोधक दल ने पुष्टि की है कि यह विस्फोट जमीन के नीचे दबे एक अमेरिकी बम के कारण हुआ था। यह बम द्वितीय विश्व युद्ध के समय का लग रहा है।
पहले भी मिल हो चुके हैं बम
इस बीच, बिना फटे बम लगातार खतरा बने हुए हैं। परिवहन मंत्रालय के अनुसार, युद्ध समाप्त होने के 79 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद मियाजाकी हवाईअड्डे पर पहले भी कई बिना फटे बम पाए गए हैं। अकेले 2023 में, सेल्फ-डिफेस फोर्स ने 37.5 टन वजन वाले 2,348 बमों का निपटान किया था।