टैरिफ वार से अमेरिका में बढ़ेगी महंगाई, सेंट्रल बैंक के प्रमुख बोले- आगे की राह मुश्किल

अमेरिका में केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के पास रोजगार बढ़ाने और महंगाई को नियंत्रण में रखने की जिम्मेदारी है। पॉवेल ने चेतावनी दी है कि टैरिफ वार के चलते रोजगार और महंगाई दोनों पर गंभीर असर पड़ सकता है।
ट्रंप प्रशासन द्वारा विभिन्न देशों पर लगाए गए टैरिफ से वैश्विक व्यापार युद्ध छिड़ गया है और इसका असर विभिन्न उद्योगों पर पड़ा है। अब अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने चेतावनी दी है कि टैरिफ वार के चलते महंगाई बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन में जो नीतिगत बदलाव किए गए हैं, उनकी वजह से केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की परेशानी बढ़ सकती है।
टैरिफ का अमेरिका अर्थव्यवस्था पर हो सकता है स्थायी असर
शिकागो में एक कार्यक्रम में बोलते हुए जेरोम पॉवेल ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने जो टैरिफ बढ़ाए हैं, वे उम्मीद से कहीं ज्यादा हैं और इससे बनी अनिश्चितता की स्थिति अर्थव्यवस्था पर स्थायी असर डाल सकती है। पॉवेल ने कहा कि सरकार ने बहुत ही नीतिगत बदलाव किया है और इस बारे में क्या किया जाए, इसका हमें कोई अनुभव नहीं है। गौरतलब है कि अमेरिका में केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के पास रोजगार बढ़ाने और महंगाई को नियंत्रण में रखने की जिम्मेदारी है। पॉवेल ने चेतावनी दी है कि टैरिफ वार के चलते रोजगार और महंगाई दोनों पर गंभीर असर पड़ सकता है।
अमेरिका के शेयर बाजार में देखी गई भारी गिरावट
टैरिफ वार के चलते अमेरिका में शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है। नैस्डैक में चार प्रतिशत से ज्यादा और एसएंडपी में तीन प्रतिशत से ज्यादा की कमी देखी गई। एनवीडिया जैसी कंपनियों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है क्योंकि अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए गए टैरिफ से कंपनी की लागत काफी बढ़ जाएगी। इसी तरह कई अन्य कंपनियां भी प्रभावित हुई हैं। हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि टैरिफ के चलते अल्पकालिक असर जरूर पड़ेगा, लेकिन लंबे समय में अमेरिका को इससे फायदा होगा।