अमेरिका का हूतियों को करारा जवाब; यमन में किए ताबड़तोड़ हवाई हमले, एक की मौत और 15 अन्य लोग घायल

यमन की राजधानी सना में एक आवासीय इमारत पर अमेरिकी हवाई हमलों में एक युवक की मौत हो गई। जबकि 15 लोग घायल हो गए। अमेरिका ने बीते दिनों हूतियों के नियंत्रण वाली सना पर लगातार हमले किए हैं। हूती नियंत्रित स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि सना के उपनगर असर में हुए हमले में हुए घायलों में तीन बच्चे और दो महिलाएं शामिल हैं।
यमन की राजधानी सना में एक आवासीय इमारत पर अमेरिकी हवाई हमलों में एक युवक की मौत हो गई। जबकि 15 लोग घायल हो गए। अमेरिका ने बीते दिनों हूतियों के नियंत्रण वाली सना पर लगातार हमले किए हैं। हूती नियंत्रित स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि सना के उपनगर असर में हुए हमले में हुए घायलों में तीन बच्चे और दो महिलाएं शामिल हैं। लोगों ने हमले को बहुत हिंसक बताया है। वहीं बचाव दल इमारत के मलबे में लोगों की तलाश कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि लाल सागर में तैनात अमेरिकी सेना ने यमन के उत्तरी प्रांत सादा पर हवाई हमले किए। इसमें प्रांत के केंद्रीय शहर के आसपास के क्षेत्र, जो हूतियों का गढ़ है को निशाना बनाया गया। ये हमले हूतियों द्वारा उत्तरी लाल सागर में यूएसएस हैरी एस. ट्रूमैन विमानवाहक पोत और मध्य इस्राइल में बेन गुरियन हवाई अड्डे पर हमले के बाद हुए।
इससे पहले अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर बमबारी की थी। यह बमबारी राजधानी सना और उत्तर पश्चिम में स्थित सादा शहर में की गई। बमबारी के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हूती विद्रोहियों को धमकी दी और कहा कि वे उन्हें पूरी तरह से तबाह कर देंगे। ट्रंप ने साथ ही ईरान को भी चेताया और ईरान पर हूती विद्रोहियों की मदद करने का आरोप लगाया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा था कि हूतियों को इस बमबारी में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यह धीरे-धीरे बदतर होता जाएगा। यह बराबरी की लड़ाई भी नहीं है और ना कभी होगी। उन्हें पूरी तरह से तबाह कर देंगे। ट्रंप ने हूतियों को हथियार देने के लिए ईरान को चेतावनी भी दी और दावा किया कि ईरान ने हूतियों को सैन्य आपूर्ति कम कर दी है, लेकिन उसे इस पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए।
ईरान पर हूतियों के समर्थन के लगते हैं आरोप
ईरान पर लंबे समय से हूतियों की मदद करने के आरोप लग रहे हैं। हूति यमन के अल्पसंख्यक शिया जैदी समुदाय के लोग हैं। इस वर्ग ने साल 1962 तक करीब हजार साल तक यमन पर राज किया। हालांकि ईरान इन आरोपों को बेबुनियाद बताकर खारिज करता रहा है। इस्राइल और हमास की लड़ाई के बाद हूतियों पर लाल सागर के इलाके में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने के आरोप लगे। इस दौरान हूतियों ने करीब 100 व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाया और दो जहाजों को डुबो दिया और चार नाविकों की हत्या की।